About sidh kunjika
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श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
यस्तु कुञ्जिकया देवि हीनां सप्तशतीं पठेत् ।
मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्।
चाय वाले को बनाया पिता और टेस्ट ड्राइव के बहाने उड़ाई बाइक, आगरा में शातिर चोर का गजब कारनामा
न कवचं नार्गला-स्तोत्रं, कीलकं न रहस्यकम्।
इस पाठ के करने से अष्टसिद्धियां प्राप्त होती हैं.
धिजाग्रं धिजाग्रं more info त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा॥
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः
इदं तु कुंजिकास्तोत्रं मंत्रजागर्तिहेतवे ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
हुं हु हुंकाररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी।